बाज़ार में हज़ारों अलग-अलग वाहन बीमा पॉलिसियाँ उपलब्ध हैं। आपकी कार के लिए सबसे उपयुक्त पॉलिसी चुनना मुश्किल हो जाता है। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार, भारत में किसी भी कार को चलाने के लिए तृतीय-पक्ष देयता कार बीमा पॉलिसी का होना अनिवार्य है। विभिन्न कंपनियाँ अलग-अलग कीमतों पर अपनी बीमा पॉलिसियाँ पेश करती […]